योजना की प्रारम्भिक अवधि में 31 मार्च, 2015 तक नियोक्ता द्वारा निर्धारित वृत्तिका का पूरी दर से भुगतान, जिसमें उसका हिस्सा भी शामिल है, प्रत्येक शिक्षु को प्रत्येक महीने उसके बैंक खाते के माध्यम से किया जाएगा। खाता वेब पोर्टल से लिंक किया जाएगा।
नियोक्ता द्वारा शिक्षुओं को भुगतान की गयी निर्धारित वृत्तिका के 50% की प्रतिपूर्ति आरडीएटी द्वारा तिमाही तौर पर बैंक खाते के माध्यम से प्रतिष्ठानों को की जाएगी।
प्रथम अप्रैल, 2015 के पश्चात सरकार का हिस्सा सीधे शिक्षु के बैंक खाते में अंतरित कर दिया जाएगा।